Description & Benefits:
Worshiping Sri Chinnamasta Devi, also known as ‘Vajra Vairochani’ or ‘Prachanda Chandi Devi – The self-decapitated Goddess,’ brings numerous blessings. Devotees who pray to her will gain victory over their enemies, acquire homes and land, and have all past negative karmas from previous births neutralized.
Sri Chinnamasta Devi holds great prominence and utmost importance for Shakteya Upasakas. Her blessings include triumph over adversaries, benefits in conveyances, and the purification of past misdeeds and miscreations.
विवरण और लाभ:
श्री छिन्नमस्ता देवी की पूजा करने से अनेक आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। उन्हें ‘वज्र वैरोचनी’ या ‘प्रचंडा चंडी देवी – स्व-विछिन्न देवी’ के नाम से भी जाना जाता है। जो भक्त उनकी प्रार्थना करते हैं, वे अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करते हैं, घर और जमीन प्राप्त करते हैं, और पिछले जन्मों के सभी नकारात्मक कर्मों का निवारण हो जाता है।
श्री छिन्नमस्ता देवी शक्तेय उपासकों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। उनकी आशीर्वादों में शत्रुओं पर विजय, वाहनों में लाभ, और पिछले दुष्कर्मों और कुप्रभावों का शुद्धिकरण शामिल है।